पाकिस्तानी सेना ने पूर्व आईएसआई प्रमुख फैज़ हमीद को किया गिरफ्तार , कोर्ट मार्शल की कार्यवाही शुरू।

Pak Ex ISI Chief Faiz Hameed Into Army Custody

“पाकिस्तान सेना अधिनियम के प्रावधानों के तहत लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद (सेवानिवृत्त) के खिलाफ उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है,” इसमें कहा गया।

पाकिस्तान की राजनीति और सेना में एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। देश के पूर्व आईएसआई (इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस) प्रमुख, लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) फैज हमीद को कोर्ट मार्शल से पहले पाकिस्तानी सेना ने हिरासत में ले लिया है। यह घटना पाकिस्तान के सैन्य और राजनीतिक हलकों में हलचल मचाने वाली है और इसके कई संभावित परिणाम हो सकते हैं।

पाकिस्तानी सेना ने सोमवार को एक अनूठी कार्रवाई में घोषणा की कि पूर्व आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) फैज़ हमीद को गिरफ्तार कर लिया है और आवास योजना घोटाले में उनके खिलाफ कोर्ट मार्शल की कार्रवाई शुरू कर दी है।


ISPR ने कहा, “पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए, लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद (सेवानिवृत्त) के खिलाफ किए गए टॉप सिटी मामले में शिकायतों की सत्यता का पता लगाने के लिए पाकिस्तान सेना द्वारा एक विस्तृत कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की गई थी।”सेना की मीडिया शाखा (ISR) ने एक बयान में कहा।

इसमें कहा गया, ”नतीजतन, पाकिस्तान सेना अधिनियम के प्रावधानों के तहत लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद (सेवानिवृत्त) के खिलाफ उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है।”

उसने कहा, “इसके अलावा, सेवानिवृत्ति के बाद पाकिस्तान सेना अधिनियम के उल्लंघन के कई मामले भी स्थापित किए गए हैं। फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल में मामला शुरू हो गया है और सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को सैन्य हिरासत में लिया गया है।”

2019 से 2021 तक जासूसी एजेंसी का नेतृत्व करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) हमीद को बहुत शक्तिशाली माना गया था।

फैज हमीद कौन हैं?

लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) फैज हमीद पाकिस्तान के सबसे चर्चित और विवादित सैन्य अधिकारियों में से एक रहे हैं। उन्होंने आईएसआई के प्रमुख के रूप में सेवा दी और इस दौरान कई महत्वपूर्ण और विवादास्पद फैसलों का हिस्सा रहे। फैज हमीद को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी सहयोगी के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने आईएसआई प्रमुख के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान इमरान खान के सत्ता में बने रहने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

हिरासत और कोर्ट मार्शल की वजह

फैज हमीद को पाकिस्तानी सेना द्वारा हिरासत में लिए जाने के पीछे के कारणों का पूरी तरह से खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, उन पर सेना के अनुशासन और आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। सेना की आंतरिक जांच के बाद उनके खिलाफ कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया शुरू की गई है।

इस बात की भी चर्चा है कि फैज हमीद के खिलाफ कुछ गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिनमें राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मुद्दे और कुछ संदिग्ध गतिविधियां शामिल हैं। हालाँकि, सेना की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह मामला पाकिस्तान में राजनीतिक और सैन्य प्रतिष्ठान के बीच तनाव का संकेत देता है।

पाकिस्तान में राजनीतिक संकट

फैज हमीद की गिरफ्तारी को पाकिस्तान के मौजूदा राजनीतिक संकट से भी जोड़ा जा रहा है। इमरान खान की सरकार गिरने के बाद से पाकिस्तान की राजनीति में अस्थिरता बढ़ गई है, और इस स्थिति में फैज हमीद की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि उनकी गिरफ्तारी एक बड़े राजनीतिक खेल का हिस्सा हो सकती है, जिसमें सेना और मौजूदा सरकार के बीच की खींचतान शामिल है।

संभावित परिणाम

फैज हमीद की हिरासत और संभावित कोर्ट मार्शल पाकिस्तान के राजनीतिक और सैन्य संरचना में बदलाव का संकेत दे सकते हैं। इससे सेना के भीतर भी असंतोष और विभाजन की स्थिति पैदा हो सकती है। इसके अलावा, यह घटनाक्रम पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति पर भी गहरा प्रभाव डाल सकता है, खासकर तब जब देश आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों से जूझ रहा है।

पाकिस्तान के पूर्व आईएसआई प्रमुख फैज हमीद की हिरासत और आगामी कोर्ट मार्शल ने देश की राजनीति और सेना के बीच के जटिल संबंधों को उजागर किया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले का क्या नतीजा निकलता है और यह पाकिस्तान की आंतरिक स्थिरता और शक्ति संतुलन को कैसे प्रभावित करता है। इस घटनाक्रम ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पाकिस्तान में राजनीति और सेना के बीच का रिश्ता कितना संवेदनशील और अस्थिर हो सकता है।

Leave a Comment